गीतकार: , 1864. संगीतकार: , 1871. |
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार
तेरा शाही पेशवा है येसु मसीह
उसके झंडे आगे चलते हैं सही.
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार.
इस निशान को देखके भागता है शैतान
आगे ऐ सिपाही फताह अपनी मान
सना की आवाज़ से दोज़ख है लरजां
भाईयो हम्दो सना गाऒ खुश इलाहान.
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार.
लशकर-ए-कलीसिया जंग पर चढ़ती है
मोमनीन को याद कर आगे बढ़ता है
हम एक कदम भाईयो बे तफरीक हैं एक
एक तालीम और आसरा उलफत में भी एक.
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार.
ताज-ऒ-तखत है फानी राज हैं बेकयाम
येसु की कलीसिया रहती ता दवाम
यह है उसका वायदा कि सब इख़तयार
दोज़िख का न गालिब होगा न कामगार.
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार.
बस सब कौम आऒ जंग में शामिल हो
ख़ुश आवाज़ बजाऒ शादियाने को
बादशाह की तारीफ में येसु जिसका नाम
आदमी और फरिशते गाते हैं मुदाम, आमीन.
येसु के सिपाही आगे कदम मार
कि सलीब है आगे तेरे नमूदार.