गीतकार: , 1816-1818 (Stil­le Nacht); अनुवादक अघ्यात.

संगीतकार: , 1820 .


खामोश है रात, बखत है रात,
हर चीज़ है चुप हर चीज़ है शान्त
मां और बेटे के तौर पर
धन्य शिशु को प्रनाम कर
येसु तेरे जनम पर
येसु तेरे जनम पर.

खामोश है रात, बखत है रात,
भेदवान देखें वोह पहला निशान
परियां गांएं गीत आलैलुया
बुलाएं किनारे और दूर से
देखो, देखो येह शिशु को.